पहलगाम हमले में पाकिस्तानी कनेक्शन: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद जांच में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया। भारत ने इस हमले के जवाब में कड़ा रुख अपनाते हुए 1960 की सिंधु जल संधि को रद्द करने, सभी पाकिस्तानी अधिकारियों को देश छोड़ने और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का ऐलान किया।

पाकिस्तान में घबराहट, नेताओं की उन्मादी बयानबाजी: भारत के सख्त एक्शन से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री नजम सेठी ने परमाणु हमले की धमकी दी। उन्होंने कहा कि लंबे युद्ध में पाकिस्तान कमजोर पड़ सकता है, लेकिन ऐसी स्थिति में वह भारत पर परमाणु बम गिरा सकता है। सेठी ने भारत को डरा हुआ बताते हुए कहा कि भारत को पाकिस्तान की “पागलपन” की जानकारी है।
पाक रेल मंत्री की भी धमकी: इससे पहले पाकिस्तानी रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने भी उन्मादी बयान दिया था। उन्होंने कहा कि अगर भारत ने पानी रोका तो युद्ध के लिए तैयार रहे। उन्होंने गौरी, शाहीन, गजनवी मिसाइलों और 130 परमाणु हथियारों का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी भारत के लिए तैयार हैं।
भारत का आक्रामक रुख: पहलगाम हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए न केवल सिंधु जल संधि को खत्म किया, बल्कि सभी राजनयिक और नागरिक संबंधों को भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया। पाकिस्तानी नेताओं की धमकियों के बीच भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है।

पाकिस्तान की बौखलाहट: भारत के कड़े फैसलों से पाकिस्तानी नेतृत्व में बेचैनी साफ दिख रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की धमकियां उसकी घबराहट और कमजोर स्थिति को दर्शाती हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस तनाव पर नजर बनाए हुए है।
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
