पहलगाम आतंकी हमला: 26 पर्यटकों की मौत, पीएम मोदी ने बीच में छोड़ा सऊदी दौरा, भारत लौटे

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आतंकियों ने बेसरन घाटी में पर्यटकों के एक समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो विदेशी नागरिक (नेपाल और यूएई) और एक स्थानीय नागरिक शामिल हैं। मृतकों में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और एक इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) अधिकारी भी हैं। इस हमले में कई लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज श्रीनगर और अन्य अस्पतालों में चल रहा है। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है
आतंकियों की क्रूरता: नाम पूछकर मारी गोलियां
हमले की भयावहता उस वक्त सामने आई जब प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 2-3 आतंकियों ने पर्यटकों के पहचान पत्र चेक किए, उनके नाम पूछे, कुछ को कलमा पढ़ने के लिए कहा और फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों ने 50 से ज्यादा राउंड गोलियां चलाईं। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ)’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और इसे कश्मीर में “जनसांख्यिकीय परिवर्तन” के खिलाफ कार्रवाई करार दिया।
पीएम मोदी ने रद्द किया सऊदी दौरा, लौटे भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे पर जेद्दा में थे, ने हमले की खबर मिलते ही अपनी यात्रा बीच में ही रद्द कर दी। उन्होंने सऊदी अरब द्वारा आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में हिस्सा नहीं लिया और मंगलवार रात भारत के लिए रवाना हो गए। बुधवार सुबह दिल्ली पहुंचने के बाद पीएम मोदी कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की आपात बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। पीएम ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “इस जघन्य कृत्य के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है।”
अमित शाह श्रीनगर में, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तत्काल श्रीनगर पहुंचे और राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। शाह ने कहा, “इस हमले में शामिल किसी भी आतंकी को छोड़ा नहीं जाएगा।” अनंतनाग, कुलगाम और शोपियां में सेना और पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।
विश्व नेताओं ने की निंदा
हमले की विश्व स्तर पर कड़ी निंदा हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।” रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, और इटली, ब्रिटेन, इजराइल जैसे देशों ने भी इस कायराना कृत्य की भर्त्सना की
कश्मीर में बंद का ऐलान
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने हमले के खिलाफ बुधवार को कश्मीर बंद का आह्वान किया है। उन्होंने इसे “नृशंस और अमानवीय” करार दिया। वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले को “घृणित” बताते हुए घायलों की मदद के लिए तत्काल कदम उठाने की बात कही।
क्या है आतंकियों का मकसद?
हमले की टाइमिंग ने कई सवाल खड़े किए हैं। यह हमला तब हुआ जब पीएम मोदी सऊदी अरब में थे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर थे। विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा, जो पहलगाम से शुरू होती है, को निशाना बनाने की धमकी दे रहे हैं। यह हमला कश्मीर में पर्यटन को प्रभावित करने और भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश का हिस्सा हो सकता है।
आगे क्या?
भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस हमले का कड़ा जवाब देने की तैयारी में हैं। कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जा सकता है। देशभर में लोग इस हमले के खिलाफ गुस्से में हैं और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
