हिरेन भानु ने दावा किया है कि इस घोटाले का असली मास्टरमाइंड कोई और है, और वे खुद इस साजिश का शिकार हुए हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक इस “असली आरोपी” का नाम उजागर नहीं किया है, जिससे अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, हिरेन का यह बयान आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की जांच को नई दिशा दे सकता है, जो पहले से ही इस मामले में कई बड़े नामों की संलिप्तता की पड़ताल कर रही है।
मुंबई: न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में हुए 122 करोड़ रुपये के घोटाले ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। इस मामले में बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष हिरेन भानु ने एक सनसनीखेज दावा किया है, जिसने जांच एजेंसियों और आम जनता का ध्यान खींचा है। मुंबई की एक अदालत ने हाल ही में हिरेन भानु और उनकी पत्नी गौरी भानु को इस घोटाले के सिलसिले में भगोड़ा अपराधी घोषित किया था, लेकिन अब हिरेन के नए बयान ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।
इस घोटाले में अब तक बैंक के पूर्व महाप्रबंधक हितेश मेहता, बिल्डर धर्मेश पौन और पूर्व सीईओ अभिमन्यु भोन सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में खुलासा हुआ है कि हितेश मेहता ने 122 करोड़ रुपये में से 70 करोड़ रुपये धर्मेश पौन को ट्रांसफर किए थे, जबकि हिरेन भानु और उनकी पत्नी को 28 करोड़ रुपये मिले थे। इसके अलावा, 167.85 करोड़ रुपये की 21 संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है, जिसमें 150 करोड़ रुपये की एक झुग्गी पुनर्वास परियोजना शामिल है।
हिरेन भानु और गौरी भानु फरवरी 2025 में घोटाला सामने आने से ठीक पहले देश छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस को शक है कि उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की जांच की भनक पहले ही लग गई थी। हिरेन, जो अब ब्रिटिश नागरिक हैं, और उनकी पत्नी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हो चुके हैं।
हिरेन के इस नए दावे ने सवाल खड़े किए हैं कि क्या इस घोटाले के पीछे कोई और बड़ा चेहरा छिपा है? क्या यह दावा उनकी अपनी सजा से बचने की कोशिश मात्र है, या सचमुच इसमें कोई नया खुलासा होने वाला है? EOW अब इस बयान की सत्यता जांचने में जुट गई है।
यह मामला न केवल बैंकिंग सेक्टर में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को उजागर करता है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि इतने बड़े पैमाने पर गबन कैसे संभव हुआ। आने वाले दिनों में इस जांच के नतीजे क्या होंगे, यह देखना बाकी है। तब तक, हिरेन भानु का यह दावा चर्चा का विषय बना रहेगा।
रिपोर्ट : सुरेंद्र (मुंबई)
