पुणे/दौंड, 2 दिसंबर 2025
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के बीच दौंड में एनसीपी (अजीत पवार गुट) की सभा में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंच से पुलिस प्रशासन को दो-टूक धमकी दे डाली। पुलिसकर्मियों को सीधे संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,
“चुनाव आएगा, चला जाएगा… याद रखना, हम तीन पार्टियों की सरकार हैं और रहेंगे भी।”
अजीत पवार ने दौंड में “दहशत और दादागिरी” फैलाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए पुलिस को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा,
“कानून सबके लिए बराबर है। किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं देंगे। किसी भी पार्टी का हो, कोई दबदबा या दादागिरी चलने नहीं देंगे। मतदान के दिन किसी की हिम्मत नहीं होनी चाहिए कि वह किसी समाज में डर पैदा करे। हम सब आपके साथ हैं, लेकिन तुम भी अपना काम निष्पक्ष और सख्ती से करो।”

सभा में मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं के सामने अजीत पवार ने आगे कहा,
“कुछ लोग जानबूझकर विभिन्न समाजों में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। पुलिस याद रखे – आज हम सत्ता में हैं, कल भी रहेंगे। लापरवाही या पक्षपात करने की गलती मत करना।”
इस बयान पर तुरंत विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों ने इसे “लोकतंत्र पर हमला” और “पुलिस पर खुला दबाव” करार दिया है। शिवसेना (UBT) के संजय राऊत ने ट्वीट किया, “पुलिस को धमकाना यही है महायुति की असली दादागिरी।” कांग्रेस ने भी इसे चुनाव आयोग तक ले जाने की बात कही है।
हालांकि अजीत पवार ने अपने बयान को “कानून-व्यवस्था बनाए रखने की चेतावनी” बताया और कहा कि वे सिर्फ निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करना चाहते हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे अनुभवी और शिक्षित उम्मीदवारों को चुनें जो सरकारी योजनाओं का सही इस्तेमाल कर सकें और क्षेत्र में पानी, शिक्षा, रोजगार, बस स्टैंड, रेलवे जैसी समस्याओं का स्थायी समाधान कर सकें।
दौंड विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर है। मौजूदा विधायक राहुल कुल (एनसीपी अजीत गुट) फिर मैदान में हैं जबकि महाविकास आघाड़ी ने भी मजबूत दावेदार उतारा है। अजीत पवार का यह बयान चुनावी माहौल को और गरमा दिया है।
रिपोर्ट :सुरेंद्र कुमार

