पहलगाम आतंकी हमले पर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव का जोरदार बयान: “56 इंच के सीने वाले PM मोदी आतंकियों को आखिरी सांस तक ठिकाने लगाएंगे”
भोपाल/पहलगाम, 29 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों और उनके आकाओं को कठोर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “जिनकी नजर टेढ़ी होती है, उन्हें दुनिया टेढ़ी नजर आती है। आतंकियों ने आंखें टेढ़ी करके कश्मीर में अशांति फैलाने का दुस्साहस किया, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री 56 इंच के सीने वाले हैं। वे आतंकियों को उनकी आखिरी सांस तक नहीं छोड़ेंगे, ठिकाने लगाएंगे। जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा।”
“कायराना हमला घोर निंदनीय”
सीएम मोहन यादव ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “कायराना और अमानवीय कृत्य” करार दिया। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकी हमला घोर निंदनीय है। इस जघन्य कृत्य में कई निर्दोष लोगों की जान गई। मैं सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।” उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए बाबा महाकाल से प्रार्थना की।
आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा, “आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है। जम्मू-कश्मीर को अशांत करने की आतंकियों की कोई साजिश कभी कामयाब नहीं होगी। इस कुकृत्य का मुंहतोड़ जवाब आतंकियों को अवश्य मिलेगा।”
PM मोदी का कड़ा संदेश: “न्याय मिलेगा, दोषियों को कठोर सजा”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहलगाम हमले पर कड़ा रुख अपनाया। रविवार को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी वारदात ने देश के हर नागरिक को दुख पहुंचाया है। पीड़ित परिवारों के प्रति हर भारतीय के मन में गहरी संवेदना है। मैं फिर भरोसा दिलाता हूं कि उन्हें न्याय मिलेगा, न्याय मिलकर रहेगा। इस हमले के दोषियों और साजिश रचने वालों को कठोरतम जवाब दिया जाएगा।”

पीएम मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक जनसभा में कहा, “पहलगाम में भारत की आत्मा पर हमले का दुस्साहस किया गया। आतंकियों की बची-खुची जमीन अब मिट्टी में मिला देंगे।” उन्होंने विश्वास जताया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा।
पहलगाम हमले का खौफनाक मंजर
पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले में 17 लोग घायल हुए। मृतकों में मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी सुशील नथानियल भी शामिल थे, जो अपने परिवार के साथ ईस्टर मनाने गए थे। हमले के बाद देशभर में गुस्सा और शोक की लहर है।
“पाकिस्तान की कायराना हरकत”
सीएम मोहन यादव ने हमले को “पाकिस्तान और उसके पिछलग्गुओं की कायराना हरकत” करार देते हुए कहा कि पूरा देश इसका जवाब देने के लिए एकजुट है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आतंकियों को कड़ा सबक सिखाया जाएगा।
देश-विदेश में हमले की निंदा
पहलगाम हमले की न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कड़ी निंदा हुई। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने पीएम मोदी को फोन कर संवेदना व्यक्त की और कहा, “इस दुख की घड़ी में यूके भारत के साथ खड़ा है।”
आगे की कार्रवाई
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। बांदीपोरा में एक आतंकी का घर ध्वस्त किया गया, जबकि उरी में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मार गिराया गया। पीएम मोदी ने सऊदी अरब से लौटते ही विदेश मंत्री, एनएसए और अन्य अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की।
पर्यटकों में दहशत
हमले के बाद पर्यटकों में दहशत का माहौल है। मध्य प्रदेश के कई पर्यटक अपनी कश्मीर यात्रा रद्द कर रहे हैं। ट्रैवल एजेंट्स के मुताबिक, हजारों पर्यटक घाटी छोड़कर वापस लौट रहे हैं।
विपक्ष का रुख
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने हमले की निंदा करते हुए सरकार को समर्थन का ऐलान किया है। हालांकि, सपा नेता अखिलेश यादव ने इसे “खुफिया विफलता” करार दिया, जिस पर विवाद छिड़ गया।
निष्कर्ष
पहलगाम आतंकी हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता को उजागर किया है। सीएम मोहन यादव और पीएम नरेंद्र मोदी के बयानों से साफ है कि भारत आतंकियों को किसी भी कीमत पर बख्शेगा नहीं। देशवासियों की नजर अब सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी है।
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
