मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने मार्च 2025 में अंधेरी इलाके में खुफिया जानकारी के आधार पर पांच शार्प शूटर्स को गिरफ्तार ,जिनके पास से सात बंदूकें और 21 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इन शूटर्स को 50 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, और उनकी योजना बाबा सिद्दीकी हत्याकांड जैसे किसी बड़े अपराध को अंजाम देने की थी। गिरफ्तार आरोपियों के अलग-अलग राज्यों से मुंबई आने की बात सामने आई है, और पुलिस को शक है कि वे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा थे। जांच में यह भी पता चला कि ये शूटर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हो सकते हैं, जिसने पहले भी मुंबई में हाई-प्रोफाइल अपराधों को अंजाम दिया है।

पुलिस अब इनके आपराधिक इतिहास और संभावित टारगेट की जांच में जुटी है, साथ ही अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल को गोपनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर मार्च 2025 में अंधेरी से पांच शार्प शूटर्स—सुमित कुमार दिलावर, विकास ठाकुर, देवेंद्र सक्सेना, श्रेयांश यादव और विवेक कुमार गुप्ता—को गिरफ्तार किया गया था।

सूत्रों के अनुसार, ये आरोपी मुंबई के एक बड़े व्यवसायी को निशाना बनाने की फिराक में थे, लेकिन टारगेट का नाम उन्हें मुंबई पहुंचने के कुछ दिन बाद बताया जाना था, जिसके चलते उसका खुलासा नहीं हो सका। शुरुआत में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने की बात सामने आई थी, लेकिन क्राइम ब्रांच ने आधिकारिक तौर पर इसका खंडन किया। फिर भी, जांच में पुष्टि हुई कि आरोपी किसी गैंगस्टर के इशारे पर बड़ी वारदात को अंजाम देने आए थे। आरोपियों के मोबाइल से बरामद अहम सबूतों ने पुलिस को साजिश के और करीब पहुंचाया है। क्राइम ब्रांच अब इनके आपराधिक नेटवर्क, संभावित मास्टरमाइंड और अन्य संदिग्धों की तलाश में गहन जांच कर रही है।
रिपोर्ट :सुरेंद्र कुमार
