वाराणसी: बनारस वाले मिश्रा जी के नाम से मशहूर सपा नेता हरीश मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शनिवार सुबह उन पर कथित तौर पर चाकू से हमला हुआ, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने दो हमलावरों को पकड़ लिया, जिनका संबंध करणी सेना से बताया जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
हरीश मिश्रा अपने तीखे और विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने करणी सेना को लेकर एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने संगठन पर निशाना साधते हुए कहा था कि “करणी सेना सामंतवादी सोच को बढ़ावा दे रही है।” इस बयान के बाद से ही उनके और करणी सेना के बीच तनाव की खबरें थीं। सूत्रों के मुताबिक, आज का हमला इसी विवाद से जुड़ा हो सकता है!

हमले की कहानी: हरीश मिश्रा ने दी टक्कर प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाराणसी के सिगरा इलाके में सुबह करीब 4 बजे हरीश मिश्रा पर कुछ लोगों ने हमला किया। हमलावरों ने चाकू से वार किया, लेकिन मिश्रा ने हिम्मत दिखाते हुए जवाबी कार्रवाई की और एक हमलावर को पकड़ लिया। स्थानीय लोगों की मदद से दूसरा हमलावर भी दबोचा गया। मिश्रा को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
करणी सेना का पक्ष: “बयानबाजी की सजा” करणी सेना के एक स्थानीय नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “हरीश मिश्रा ने हमारे संगठन और राजपूत समाज के खिलाफ अपमानजनक बातें कही थीं। यह हमला उसी का नतीजा है।” हालांकि, करणी सेना के आधिकारिक प्रवक्ता ने इस हमले से संगठन का कोई संबंध होने से इनकार किया है।
पुलिस का बयान: “जांच जारी, जल्द होगी कार्रवाई” वाराणसी पुलिस ने बताया कि दोनों पकड़े गए हमलावरों से पूछताछ की जा रही है। एसपी सिटी ने कहा, “यह एक गंभीर मामला है। हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है, ताकि तनाव को रोका जा सके।
सियासी घमासान: नेताओं के बयान सपा नेता अखिलेश यादव ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, “हरीश मिश्रा पर हमला लोकतंत्र पर हमला है। बीजेपी सरकार कानून-व्यवस्था में नाकाम है।” वहीं, बीजेपी के एक नेता ने कहा, “विवादित बयान देकर मिश्रा खुद मुश्किलें मोल लेते हैं। फिर भी हिंसा का कोई औचित्य नहीं।”

बनारस की सड़कों पर चर्चा हमले की खबर फैलते ही वाराणसी की गलियों में हलचल मच गई। चाय की दुकानों से लेकर सोशल मीडिया तक, लोग मिश्रा के बयानों और करणी सेना के रवैये पर बहस कर रहे हैं। एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, “मिश्रा जी की बातें तीखी होती हैं, लेकिन चाकू चलाना कहां का इंसाफ है?”
क्या है करणी सेना विवाद? हरीश मिश्रा ने हाल ही में एक सभा में करणी सेना पर तंज कसते हुए कहा था, “ये लोग इतिहास के नाम पर गुंडागर्दी करते हैं। राणा सांगा का नाम लेकर अपनी दुकान चमकाते हैं।” इस बयान से नाराज करणी सेना ने मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। कुछ लोग मानते हैं कि आज का हमला उसी गुस्से का नतीजा है।
आगे क्या? हरीश मिश्रा का यह विवाद जल्द थमने वाला नहीं लगता। उनके समर्थक सड़कों पर उतरने की बात कर रहे हैं, जबकि करणी सेना ने चेतावनी दी है कि “अपमान का जवाब मिलेगा।” वाराणसी में तनाव को देखते हुए प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
