मुंबई पुलिस ने हाल ही में एक मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पिछले कुछ समय में मुंबई पुलिस ने कई मानव तस्करी और संबंधित अपराधों के खिलाफ कार्रवाई की है। पवई इलाके में एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया गया था, जिसमें चार महिलाओं को बचाया गया और एक 60 वर्षीय मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, फरवरी और मार्च 2025 में भी कई अन्य मानव तस्करी के मामलों में पुलिस ने सफल अभियान चलाए थे, जिसमें बच्चों और महिलाओं को बचाया गया था।क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम आफताब आलम अंसारी और हरिलाल बंधु चौधरी हैं.

मुंबई पुलिस ने मानव तस्करी रैकेट का किया भंडाफोड़!
पीड़ित महिलाओं को भेजा गया पुनर्वास केंद्र
पुलिस ने इस मामले में एक 16 साल की नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया. इसके अलावा, 4 और महिलाओं को रेस्क्यू किया जिनकी उम्र 22, 28, 21 और 20 साल है. रेस्क्यू की गई सभी 5 पीड़ित महिलाओं को देवनार महिला पुनर्वास केंद्र भेज दिया गया है.
मुंबई क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली कि चेंबूर इलाके में ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाली महिलाओं से वैश्या व्यवसाय चलवा रहे हैं. गिरफ्तार आरोपी ग्राहकों की मांग के आधार पर नाबालिगों सहित कम उम्र की युवतियों की तस्करी विभिन्न होटलों, लॉज और गेस्ट हाउस में करते थे.
होटल में की गई लड़कियों की डिलीवरी की व्यवस्था
एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने एक फर्जी ग्राहक उस एजेंट के पास भेजा और नाबालिगों सहित लड़कियों से देह व्यापार के लिए अनुरोध किया. फोन पर वित्तीय बातचीत के बाद, एजेंट तैयार हुआ और मुंबई के चेंबूर इलाके में स्थित एक होटल में लड़कियों की डिलीवरी की व्यवस्था की गई.
होटल में आरोपी आफताब अंसारी और हरिलाल चौधरी पांच युवतियों के साथ पहुंचा. जब पैसे का लेन-देन चल रहा था, तभी पुलिस ने छापा मारकर उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया.
सभी महिलाओं को बचाया गया
दोनों एजेंट को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और नाबालिग समेत सभी पांचों महिलाओं को बचा लिया गया. मेडिकल जांच के बाद उन्हें देवनार महिला पुनर्वास केंद्र भेज दिया
मांग के आधार पर ले जाया जाता था होटल
सूत्रों ने बताया कि आरोपी एक महिला के लिए लिए 15-20 हजार रुपये चार्ज करते थे. पीड़ित अलग अलग राज्यों से मुंबई लाई गई और उन्हें नवी मुम्बई से रखा जाता था. वहां से ग्राहकों की मांग के आधार पर अलग-अलग होटल ले जाया जाता था.
गिरफ्तार दलालों ने कई बार और एजेंट्स को अपना नंबर दे रखा था जिससे जहां भी कहीं अगर कोई महिला की मांग करे तो उन्हें फ़ोन आये. और जैसे ही उन्हें कोई संपर्क करता था ये लोग उसे लड़कियों की लिस्ट दिखाते थे और उसकी पसंद के मुताबिक लड़की को होटल या लॉज भेजा जाता था.
रिपोर्ट : सुरेंद्र कुमार
मुंबई
